चौपालः आपके विचारों का आदान प्रदान
जून 15th, 2010
आपके अपने ब्लॉग साइट “चौपाल” का पहला लेख आपकी और हमारी भाषा में…
छपरा का परिचय कराने की आवशयकता नहीं है| इसकी भोजपुरी विरासत, भरा पूरा इतिहास, धार्मिक आस्था और महापुरुषों से सुसस्जित स्मृतियाँ हैं|
वैसे छपरा बिहार राज्य के सारण जिले का मुख्यालय है| छपरा की जड़े और छपरा से जुड़े लोग पूरी दुनिया में फैले हुए हैं| चौपाल का पहला लेख हम सारी दुनिया में फैले बिहारियों को और छपरा वासियों को समर्पित करते हैं| आज हम बहुत उत्साह के साथ आपको आपकी देवनागरी लिपि में विचारों के आदान प्रदान के लिए आमंत्रित करते हैं|
आपका चौपाल पर बहुत बहुत स्वागत है|
धन्यवाद
आपका अपना
बिहारी
ये एक बहुत ही बढ़िया प्रयाश है. मैं इसको encourage करता हु.
अब मैं इसके माध्यम से अपने छपरा से जुरा रहूँगा.
धन्यवाद
संतोष यादव
बहुत खूब थैंक्स अलोट .
its a very good initiative.
नमस्ते सर जी,
मै अमरनाथ राय आपसे निवेदन करता हूँ ,कि गाँव सफरी(मुरा), पोस्ट सफरी ,थाना -एकमा जिला – छपरा के निवासी हूँ , मेरे गाँव सफरी (मुरा) में आने -जाने का रास्ता नहीं है, स्कूल आने जाने में बहुत दिक्कत होती है,
इस लिए आपसे निवेदन करता हूँ कि आप लोग इस पर ध्यान दे.
हेल्लो……………छपरा
इश ब्लॉग को बनाने के लिए धन्यवाद यह एक बहुत अच्छा प्रयाश है |
BHZADA
BHAZAD
soni
एक दुसरे को suggestion देने से अच्छा है की हम सब से जितना हो सके प्रयास करना चाहिए , ताकि हमारे प्रदेश की उनत्ती हो सके …………..
परनाम हम हई रामू कुमार राम यदि इ सन्देश छपरा के लोग तक पहुचे तय हमार सब् छाप्रा के लोग से पूछे के चाहतानी की हमनी छपरा जिला के तार्कि के कवनो हक़ नइखे लोग दिल्ली जाता बम्बई जाता छपरा में कवनो कम, नइखे जतना भी सहर बा हमनी सब अगो छपरा जेशन रहे आज उ सहर हो गइल आज भी छपरा अगो कश्बे रह गइल
मै आपकी इस कठोर परिश्रम की नमन करता हू. आगे भी इसी तरह से जानकारी देते रहेंगे तो हम सभी विदेश में रहते हुवे भी अपने मिटटी से जुड़े रहेंगे .
धन्यवाद
मेरे लिये गर्व की बात है कि मैं बिहारी हूँ.
रत्नेश कुमार सिंह
सभ केहू के प्रणाम बा. हम छपरा जिला के गाँव भटकेसरी थाना जलालपुर के रहे वाला हईं . आज हमरा इ ब्लॉग के देख के निमन लागल ह. राउर प्रयास सराहनीय बाटे.
सादर राउर भाई
राम प्रकाश तिवारी “ठेठ बिहारी”
दिल्ली
09871709501/08010209032
छपरा एक छोटा सा शहर है ,यहाँ की आबादी ३२ लाख से ज्यादा हैं पर यहाँ जो न्यायपालिका तथा प्रशासनिक ही अपने -अपने कार्यो में फेल है ,यहाँ पुलिस पद्दाधिकारी केवल पैसे के लुट में रहते है !